कोरबा। कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने कहा कि देश की कोयला आवश्यकताओं को पूर्ण करना हमारा दायित्व ही नहीं, बल्कि कर्तव्य भी है। कोल इंडिया के कुल उत्पादन में से लगभग एक चौथाई कोयला उत्पादन साउथ-ईस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड (एसईसीएल) द्वारा किया जाता है, इसलिए एसईसीएल पर बड़ी जिम्मेदारी है। गेवरा, दीपका और कुसमुंडा तीनों खुली खदानें एसईसीएल के मेगा प्रोजेक्ट हैं। कोयला उत्पादन में इन तीनों क्षेत्रों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

दरअसल, कोल इंडिया के चेयरमैन गुरुवार को एसईसीएल के दौरे पर गेवरा क्षेत्र पहुंचे। यहां उन्होंने गेवरा खुली खदान का निरीक्षण किया और खनन कार्य का जायजा लिया। गेवरा खुली खदान के विस्तार के बारे में जानकारी ली और विस्तार की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए। चेयरमैन ने अधिकारियों को स्पष्ट संकेत दिए कि कोयला उत्पादन में तेजी से बढ़ोतरी की जाए, ताकि देश की कोयला आवश्यकताओं को पूर्ण किया जा सके। उन्होंने एसईसीएल दीपका व कुसमुंडा खुली खदान का भी निरीक्षण किया तथा भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने उत्पादन-उत्पादकता को बढ़ाने संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। माइन निरीक्षण के दौरान उन्होंने उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ शून्य दुर्घटना के लक्ष्य को हासिल करने पर भी जोर दिया।

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