कोरोना के नये संक्रमित और मौतों के आंकड़े नीचे आ रहे, एपीएल के टीके खत्म हुए

बिलासपुर। नये कोरोना संक्रमण पर लगातार राहत के बीच आज जिले में लॉकडाउन के तीसरे चरण की शुरुआत हो गई है। रविवार होने के कारण आज मेडिकल, दूध, गैस, पेट्रोल पम्प को छोड़कर बाकी सभी दुकानें बंद रखी गई हैं। जिले में बीते 24 घंटे के भीतर 373 कोरोना पॉजिटिव मरीज और मिले। इस दरमियान 22 की मौत हो गई।  इनमें 18 बिलासपुर जिले के हैं जबकि अन्य जिलों के चार मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा था।

15 मई का आंकड़ा 14 मई के 324 से अधिक है किन्तु इसके पहले हर दिन हजार से अधिक मरीज मिल रहे थे। मौतों की संख्या भी मई में एक दिन 67 पहुंच चुकी थी। मरीजों की संख्या कम होने के कारण जिला प्रशासन राहत की सांस ले रहा है लेकिन संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए 14 अप्रैल से जारी लॉकडाउन को ठीक एक महीने बाद आज से 24 मई तक के लिए बढ़ाया गया है। सोमवार से दुकानें खोलने की अवधि शाम 4 बजे तक रखी गई है। गली मोहल्ले की दुकानों को सीधे बिक्री की छूट दी गई है जो पहले होम डिलीवरी सेवा थी। मुख्य बाजारों में यह लागू नहीं होगा। इसके अलावा स्टेशनरी, रिपेयरिंग शॉप, सेनेटरी, बिल्डिंग मटेरियल, चिकन, अंडे आदि की दुकानों को भी खोलने की छूट दी गई है।

18 साल से 44 साल की उम्र वाले एपीएल श्रेणी के सिर्फ 23 लोगों को टीकाकरण कोटा खत्म होने के कारण हो सका। बीपीएल श्रेणी के 1239 तथा अंत्योदय श्रेणी के 207 ने टीका लगवाया। फ्रंटलाइन वारियर्स 1040 को कोविड टीका लगाया गया। प्रशासन की ओर से जानकारी दी गई है कि अब वैक्सीनेशन सेंटर में कतार लगाकर टोकन नहीं लेना पड़ेगा इसके लिए सीजी टीका एप से रजिस्ट्रेशन कराया जा सकेगा और उसी में स्लॉट आवंटित किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में सीजी टेट का ऐप में रजिस्ट्रेशन कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग और पंचायतों की मदद से सहायता केंद्र भी खोले जा रहे हैं। इस ऐप से ही एपीएल के अलावा अंत्योदय और बीपीएल श्रेणी का भी पंजीयन होगा। शहर में शनिवार को जो 373 नए मामले मिले हैं उनमें से 282 की उम्र 45 वर्ष से कम है इसे वैक्सीनेशन से जोड़कर भी देखा जा रहा है

जिले में मौतों की संख्या में अपेक्षित कमी नहीं आ रही है। निजी और सरकारी अस्पतालों में बहुत से जनरल और ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड खाली हो रहे हैं पर इस बीच मरीजों की मौत वेंटिलेटर बेड के अभाव में हो रही है। इनकी अभी कमी बनी हुई है।

नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग की ओर से शनिवार से सभी 70 वार्डों में मितानिन और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से घर-घर सर्वेक्षण शुरू किया गया है। इसमें सर्दी, खांसी, बुखार से पीड़ित संदिग्ध मरीजों की स्पॉट पर ही जांच की जा रही है और उन्हें होम आइसोलेशन अथवा अस्पताल जाने के लिए जरूरी सलाह दी जा रही है। यह टीम लोगों के बीच ग्लब्स, मास्क और सेनीटाइजर का भी वितरण कर रही है।

प्रदेश में कोरोना वायरस के बाद ब्लैक फंगस के प्रकोप के बारे में जानकारी आने के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। यह बताया गया है कि इसके लक्षण दिखते ही नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में लोग संपर्क करें। सिम्स बिलासपुर सहित प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में इसके इलाज की व्यवस्था की गई है। जिला प्रशासन का कहना है कि ब्लैक फंगस का कोई भी मरीज जिले में नहीं है लेकिन तखतपुर के एक युवक ने रायपुर में इलाज कराया है, जो स्वस्थ होकर लौट चुका है।

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