राजलक्ष्मी व संतोष ने पॉवर लिफ्टिंग में जीता सोना और हासिल किया स्ट्रॉग वूमन का खिताब

आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस  

बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में इस समय 3260 महिलाएं काम करती हैं। इनमें 40 महिला ड्राइवर, 10 गार्ड, 13 स्टेशन मास्टर, 404 ट्रैक मेंटेनर तथा 103 आरपीएफ में सेवाएं दे रही है। राजपत्रित पदों पर 37 तथा अराजपत्रित पदों पर भी 3220 महिलायें काम कर रही हैं। इंजीनियर, टीटीई जैसे काम भी वे कुशलता से कर रही हैं।  

महिला कर्मचारियों की सुविधा का भी रेल प्रशासन बराबर ध्यान रखता है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में उनके स्वास्थ्य के लिए समय-समय पर हेल्थ चेक अप कैम्प आयोजित किये जाते हैं। जोन के कई स्थानों में सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन स्थापित किये गये है। महिला कर्मियों के लिए महिला कर्मचारियों की समस्याओं व शिकायतों के निवारण के लिए महिलाओं की अलग समिति भी गठित की गई है।

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की महिला खिलाड़ियों द्वारा भी अनेक खेलों में काफी अच्छा प्रदर्शन कर इस रेलवे का गौरव बढ़ाया गया है। हाल ही में भिलाई में आयोजित स्टेट पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में रेलवे की महिला पावर लिफ्टर संतोषी मांझी ने स्वर्ण पदक जीतकर पूरे छत्तीसगढ़ में स्ट्रांग वूमन 2021 का खिताब हासिल किया। महिला पॉवर लिफ्टर जे. रामालक्ष्मी ने सीनियर नेशनल पावर लिफ्टिंग चैम्पिनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का नाम रौशन किया है।

महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए “मेरी सहेली”  अभियान शुरू किया गया है, जिसके अंतर्गत रेलवे सुरक्षा बल ट्रेनों में अकेले यात्रा कर रही महिला यात्रियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखता है। सफर के दौरान महिला आरपीएफ़ कर्मी के द्वारा व्यक्तिगत रूप से महिला यात्रियों से मिलकर सुरक्षा संबंधी व अन्य किसी भी तरह की समस्याओं को सुना जा रहा है। रास्ते में आने वाली सुरक्षा संबंधी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए आरपीएफ़ हेल्प लाईन नं.182 और संबन्धित मण्डल सुरक्षा कंट्रोल का नंबर भी उपलब्ध कराया गया है।

उल्लेखनीय है कि रेलों में लंबी दूरी की मेल, एक्सप्रेस ट्रेनों में 6 स्लीपर क्लास की बर्थ अकेले यात्रा कर रही महिलाओं या महिलाओं के समूह के लिए रखी जाती है। सभी ट्रेनों के प्रत्येक स्लीपर कोचों में 6 बर्थ तथा वातानुकूलित-3 व वातानुकूलित-2 श्रेणियों में 3 लोवर बर्थ सीनियर सिटीजन, महिलाएं जिनकी उम्र 45 वर्ष या इसके उपर हो तथा गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित रखी जाती है। दुरंतो एवं राजधानी के वातानूकुलित-3 श्रेणी के कोचो में भी 4 लोवर बर्थ सुरक्षित रखी जाती है ।

महत्वपूर्ण स्टेशनों में महिलाओं के लिए अलग प्रतीक्षालय, स्टेशनों में महिलाओं के लिए अलग प्रसाधन, महिला जिनके साथ नवजात शिुशु है, उनके लिए बेबी फीडिंग कार्नर के साथ ही साथ ट्रेनों में अनारक्षित श्रेणी के कोच तथा कोच के हिस्सों को महिलाओं के लिए आरक्षित व महिलाओं की अधिक भीड़भाड़ वाले शहरों में महिला स्पेशल गाड़ियां भी चलाई जाती है। महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों से बचे बर्थो को महिला यात्रियों को ही अलाट की जाती है। महिला रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे के द्वारा टोल फ्री महिला हेल्पलाइन नंबर 18002332534 भी है।

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