डीपी विप्र महाविद्यालय में विश्व तपेदिक दिवस पर वेबिनार

बिलासपुर। विश्व तपेदिक रोग दिवस के मौके पर डी.पी. विप्र महाविद्यालय में एनसीसी, एनएसएस, रेडक्रास सोसाइटी एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में वेबिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डिप्टी कलेक्टर अंशिका पांडेय ने कहा कि इस घातक रोग के प्रति लोगों में जागरूकता लाने की आवश्यकता है।

जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रमोद महाजन के कहा कि भारत में 27 लाख लोग टीबी से पीड़ित हैं, जो विश्व में दूसरी बड़ी संख्या है। शुगर के कारण टीबी का खतरा बढ़ता है। यह एचआईवी ग्रस्त लोगों को जान भी ले सकता है। हमारे देश में 1.15 लाख तपेदिक रोगी 15 साल से कम उम्र के हैं। इसे लेकर आम जनता को जागरूक करने की जरूरत है।

मुख्य वक्ता जिला टीबी अधिकारी डॉ. गायत्री बांधी ने कहा कि देश में टीबी के बढ़ते मरीजों, इससे जुड़ी चुनौतियों व इला के बारे में लगातार प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इसके रोकथाम के लिये डॉ. बांधी ने महत्वपूर्ण जानकारी दी। आयुर्वेद अधिकारी डॉ. नीरज मिश्रा ने कहा कि टीबी मुख्य रूप से इम्यून सिस्टम के कमजोर होने के कारण बढ़ता है। कोरोना काल में मास्क के उपयोग के कारण टीबी रोगियों की संख्या में कम वृद्धि हुई है। डब्ल्यूएचओ की बिलासपुर संभाग की सलाहकार डॉ. रितू कश्यप ने बताया कि जब कोई रोगग्रस्त व्यक्ति छींकता या खांसता है तो उसके संक्रामक ड्रापलेट न्यूक्लीआई उत्पन्न करते हैं।

डीपी विप्र महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अंजू शुक्ला ने इसे एक खतरनाक बीमारी बताते हुए कहा कि फेफड़े के अलावा यह अन्य अंगों में संक्रामक नहीं होती। टीबी के लक्षणों में भूख कम लगना, शाम या रात में बुखार आना, बलगम के साथ आना शामिल है। तीन हफ्ते से ज्यादा खांसी हो तो तब भी टीबी की आशंका होती है। उन्होंने सभी छात्रों को टी.बी. के प्रति जागरूक करने कहा।

वेबिनार के आयोजन में टी.बी. के जिला कार्यक्रम समन्वयक आशीष सिंह का महत्वपूर्ण सहयोग रहा। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. आशीष शर्मा ने एवं संचालन डॉ. एम.एस. तंबोली न किया। आभार प्रदर्शन डॉ. विवेक अंबलकर द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में रेडक्रास सोसायटी के प्रभारी डॉ. मनीष तिवारी,  स्वास्थ्य विभाग प्रभारी डॉ. आभा तिवारी एवं एन.एस.एस. कार्यक्रम प्रभारी प्रो. रीना ताम्रकार,  प्रो. यूपेश कुमार, प्रो. प्रदीप जायसवाल, प्रो. रूपेन्द्र शर्मा,  कम्प्यूटर विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. विश्वास विक्टर एवं प्रो. ऋचा हाण्डा,  प्रो. अनुपमा पाण्डेय,  प्रो. ऋचा शर्मा,  प्रो. बृजेश कुमार का भी सहयोग रहा। वेबिनार में महाविद्यालय के प्राध्यापक, एनसीसी एवं एनएसएस एवं महाविद्यालय के छात्र-छात्रायें शामिल हुए।

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