सैकड़ों लोग प्रबंध में लगे, गायक जाकिर हुसैन, पद्मश्री सुरेन्द्र दुबे व रायपुर के शरद अग्रवाल के भजनों से सराबोर होगा पर्व 

बिलासपुर । रतनपुर स्थित प्रसिद्ध महामाया मंदिर में प्रज्ज्वलित ज्योति कलशों की संख्या इस बार भी विश्व में सर्वाधिक है। इस बार यहां 31 हजार ज्योतिकलश प्रज्ज्वलित किये गए हैं। पहले ही दिन से हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए यहां पहुंचने लगे हैं। महामाया मंदिर ट्रस्ट की ओर से दर्शनार्थियों के लिए व्यापक प्रबंध किये गए हैं।

रतनपुर स्थित महामाया मंदिर बीते कई वर्षों से नवरात्रि के दौरान ज्योति कलश में प्रज्ज्वलन में विश्व रिकॉर्ड बनाता आ रहा है। यह सिलसिला इस बार भी जारी है। इस बार चार हजार घी और 25 हजार 500 तेल के ज्योतिकलश 18 विशाल कक्षों में प्रज्ज्वलित हैं। इसके अलावा 1500 आजीवन सदस्यों के ज्योति कलश हैं। देश के अलावा दूसरे देशों में भी नवरात्रि पर्व और किसी अन्य पर्व, त्यौहार पर नौ दिनों तक इतनी संख्या में दीपों का अखंड प्रज्ज्वलन नहीं किया जाता है। नवरात्रि के दौरान न केवल छत्तीसगढ़ से बल्कि देश के अलग-अलग स्थानों से भी हजारों की संख्या में लोग महामाया दर्शन के लिए पहुंचते हैं। अनेक विशिष्ट, अतिविशिष्ट लोगों के नाम पर ज्योतिकलश प्रज्ज्वलित किये गए हैं। इनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और विदेशों में रहने वाले अनेक भारतीय शामिल हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव की ओर से यहां ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किये गए हैं। भाजपा नेता मनीष अग्रवाल ने बताया कि पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल की ओर से प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किये गये हैं। बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय की ओर से भी ज्योति कलश जले हैं। नवरात्रि के पहले दिन प्रदेश के जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने परिवार सहित आकर महामाया की पूजा अर्चना की।

महामाया मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष आशीष सिंह ठाकुर, मैनेजिंग ट्रस्टी सुनील सोन्थलिया और समिति के  संतोष शर्मा ने बताया कि इस बार नवरात्रि के पहले ही दिन से बारिश हो रही है। कलश द्वार से मंदिर के मुख्य द्वार तक जलरोधक शेड की पहले से ही व्यवस्था है, इसके अलावा अतिरिक्त शेड विभिन्न कार्यक्रम तथा विश्राम स्थलों पर लगा दिये गए हैं।

हर किसी के लिए निःशुल्क भंडारा

मंदिर परिसर स्थित धर्मशाला में सभी श्रद्धालुओं के लिए सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक और शाम सात बजे से रात 11 बजे तक निःशुल्क भंडारे की व्यवस्था की गई है। इस जगह पर बाहर से आने वाले श्रद्धालु ठहर भी सकते हैं, जिनके लिए धर्मशाला में जगह नहीं मिलती उनके लिए वाटरप्रूफ मैदान में रुकने की व्यवस्था की जा रही है। मैनेजिंग ट्रस्टी सोन्थलिया ने बताया कि अगले वर्ष तक बहुत कम दर पर 500 श्रद्धालुओं के लिए रैन बसेरा के तर्ज पर लोगों के रुकने की व्यवस्था और बढ़ा दी जायेगी। इसमें शासन की योजना का भी योगदान रहेगा।

सप्तमी पर मुफ्त बस सेवा

सप्तमी के दिन महामाया मंदिर के लिए बड़ी संख्या में लोग बिलासपुर, कटघोरा, कोटा आदि स्थानों से दर्शन के लिए पैदल निकलते हैं। इस दिन बस ऑपरेटर एसोसिएशन की ओर से निःशुल्क यात्रा की सुविधा दी जाती है, जिसकी वापसी पर लाभ दर्शनार्थी उठाते हैं। जिला प्रशासन और परिवहन विभाग ने रतनपुर के लिए अतिरिक्त बस सेवा की व्यवस्था पहले ही दिन से कर दी है। पूरे नौ दिन यहां रतनपुर के स्वास्थ्य विभाग की टीम शिविर लगा रही है। यह शिविर सुबह आठ बजे से 12 बजे तक लगाया जा रहा है। इसके अलावा लोगों को कानूनी जानकारी देने के लिए विधिक सेवा का एक स्टाल भी यहां लगा हुआ है।

व्यवस्था में लगे 650 लोग

महामाया मंदिर में सौ से अधिक स्वयंसेवक स्वेच्छा से नौ दिन रुकते हैं और दर्शनार्थियों की सहायता में लगे हुए हैं। ट्रस्ट की ओर से लगभग 650 कार्यकर्ताओं को देखभाल के लिए लगाया गया है, जिनमें ज्योति कलश की देखभाल करने वाले ज्योति रक्षकों की संख्या 400, सुरक्षा के लिए 100 और भंडारे के लिए 150 लोग हैं। नौ दिन के भंडारे में करीब 10 टन चावल की खपत होती है, सब्जी, दाल, घी, आटे की अलग से व्यवस्था होती है। इसी तरह करीब 3500 टिन तेल की व्यवस्था ज्योतिकलश के लिए की गई है।

निरंतर विविध धार्मिक आयोजन

परिसर में परम्परागत छत्तीसगढ़ी जगराता, जसगीत का आयोजन प्रतिदिन रात 9 बजे से किया जा रहा है, जो सुबह तीन बजे तक चलता है। प्रदेश के प्रायः सभी जिलों से जगराता करने वाले दल यहां पहुंचते हैं। पूरे नौ दिन के लिए यहां श्रीमद् भागवत कथा, यज्ञ और अखंड पाठ शुरू हो चुका है।

गायक जाकिर हुसैन की भजन संध्या का आयोजन चतुर्थी के दिन किया गया है। अगले दिन पद्मश्री कवि सुरेन्द्र दुबे का कार्यक्रम रखा गया है। वे यहां अपनी निःशुल्क सेवा देंगे। सप्तमी के दिन रायपुर के शरद अग्रवाल के टीम की भजन संध्या रखी गई है।

ट्रस्ट समाज दायित्व निभाने में भी आगे

महामाया मंदिर ट्रस्ट जनसेवा से मिले सहयोग का अनेक वर्षों से सामाजिक दायित्व  के काम किये जा रहे हैं। मैनेजिंग ट्रस्टी सुनील सोन्थलिया ने बताया कि अगले वर्ष तक एक बड़े परिसर में अच्छी सुविधाओं के साथ कम फीस पर स्कूल खोलने की योजना बनाई गई है, जिसमें संस्कृत से लेकर अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई होगी। ट्रस्ट की ओर से महामाया मंदिर में एक आक्सीजोन का निर्माण किया गया है, जिसकी आज बड़ी जरूरत है। इसके अलावा इस साल 500 पौधे रोपे गये हैं। वृक्षारोपण का काम हर वर्ष किया जाता है। ट्रस्ट ने पांच तालाबों का गहरीकरण कराया है। दो ओवरहेड टैंक भी जल आपूर्ति के लिए लगाये जा रहे हैं।

बिलासपुर से परिवर्तित मार्ग से जाना सही

बिलासपुर से रतनपुर के बीच इन दिनों फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है। इसे देखते हुए बिलासपुर से बैगा नगोई या बिरकोना मार्ग से रतनपुर पहुंचना सुविधाजनक होगा। ये दोनों रास्ते पांच से सात किलोमीटर अधिक दूरी के हैं पर कम समय में इन मार्गों से रतनपुर पहुंचा जा सकेगा।

 

 

 

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