बिलासपुर, 4 जुलाई। सरकंडा जोरापारा में रहने वाली मेडिकल की छात्रा साक्षी दुबे ने रायपुर एम्स के हॉस्टल में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मरने से छात्रा ने एक सुसाइड नोट लिखा हैं, जिसे आमानाका पुलिस ने जब्त कर लिया है। सुसाइड नोट में खुदकुशी करने का कारण स्पष्ट नहीं है। उसने लिखा है कि सॉरी मम्मी-पापा, मैं जीने के लायक नहीं हूं। सूचना मिलते ही छात्रा के परिजन रायपुर पहुंच गए। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। रायपुर के आमानाका थाना प्रभारी भरत बरेठ ने बताया कि छात्रा साक्षी दुबे 22 वर्ष सरकंडा जोरापारा के रहने वाली थी। साक्षी रायपुर एम्स में नर्सिंग की छात्रा थी। वह एम्स परिसर के नर्सिंग हॉस्टल में रह रही थी। शुक्रवार रात खाना खाकर अपने कमरे में चली गई। शनिवार सुबह छात्रा कमरे से बाहर नहीं निकली, तब हॉस्टल की अन्य छात्राओं ने वार्डन को इसकी जानकारी दी। खिड़की से देखा तो साक्षी पंखे के हुक में फंदा बनाकर झूल गई थी। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम हॉस्टल पहुंची। तलाशी के दौरान कमरे में सुसाइड नोट मिला। पुलिस ने लड़की का मोबाइल फोन भी जब्त किया है। इसकी कॉल डिटेल और डाटा की जांच के बाद इस मामले में जल्द नए खुलासे हो सकते हैं। साक्षी के पिता ने बताया कि एग्जाम का वक्त था। इसलिए परिवार के लोग उसे फोन करके डिस्टर्ब नहीं करते थे। साक्षी भी पढ़ाई में व्यस्त रहती थी। एम्स हॉस्टल में रहने वाली दूसरी लड़कियों ने भी कहा कि उन्होंने भी कभी कुछ ऐसा नोटिस नहीं किया, जिससे परेशान होकर साक्षी ने ये कदम उठाया हो। शुक्रवार रात साक्षी ने कमरे को अंदर से लॉक किया और सीलिंग फैन से कपड़े के जरिए फंदा लटकाया। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला।

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