26वें दिन सिंधी समाज बैठा धरने पर, कहा-लोग स्व-स्फूर्त होकर आंदोलन में शामिल हों….

बिलासपुर। राघवेन्द्र राव सभाभवन में चल रहे धरना आंदोलन और सांसद और विधायक की ओर से दिल्ली में की गई पहल का नतीजा यह निकला कि केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय को बिलासपुर में हवाई सेवा के मामले में ट्वीट करके सफाई देनी पड़ी। ट्वीट में बिलासपुर को उड़ान योजना का हक़दार बताया गया है। आंदोलनकारियों ने इसे नाकाफी बताया और कहा कि बिलासपुर को 4सी कैटेगरी का एयरपोर्ट चाहिये।


बिलासपुर के चकरभाठा हवाईअड्डे से महानगरों के लिए नियमित हवाई सेवा शुरू करने के लिए आंदोलन जारी है। राघवेन्द्र राव सभा भवन में शहर के सभी वर्गों, सामाजिक, सांस्कृतिक, व्यावसायिक, निजी एवं शासकीय संगठनों के लोग अखंड धरना में शामिल हो रहे हैं। इधर सांसद अरुण साव ने संसद में आवाज उठाई तथा विधायक शैलेष पांडेय ने मंत्री हरदीप सिंह पुरी से मुलाकात की है।


हवाई सुविधा संघर्ष समिति की ओर से बिलासपुर में निरन्तर चल रहे आंदोलन की जानकारी प्रतिदिन नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भेजी जा रही है। आज पहली बार नागरिक उड्डयन मंत्रालय के आफिसियल ट्विटर हैण्डल https://twitter.com/MoCA_GoI ने ट्वीट कर जानकारी दी कि हरदीप सिंह पुरी ने उड़ान योजना के तहत बिलासपुर और अंबिकापुर से उडान शुरू करने हेतु चर्चा की है। अंबिकापुर के लिए केन्द्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने प्रस्ताव भेजा है। ट्वीट में जानकारी दी गई कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय बिलासपुर से उडानें शुरू करने के लिए तैयार है और उडान-4.0 योजना में बिलासपुर से उड़ानों पर फोकस किया जायेगा।

ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए समिति ने कहा कि बिलासपुर को अन्य छोटे क्षेत्रीय शहरों के बजाय दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलूरु आदि के लिए उड़ानें चाहिए साथ ही 4-सी केटेगरी का एयरपोर्ट भी चाहिये। इसलिए केन्द्र सरकार की कार्रवाई इसी स्तर की होनी चाहिए।

सिंधी सेंट्रल पंचायत के पदाधिकारी बैठे धरने पर

हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति के अखंड धरना आंदोलन के  26वें दिन छत्तीसगढ सिंधी पंचायत बिलासपुर के पदाधिकारी धरने पर बैठे।  सिंधी पंचायत के प्रतिनिधियों ने कहा कि वे एयरपोर्ट न होने के कारण रोजगार और व्यवसाय में बिलासपुर क्षेत्र कितना पिछडता जा रहा है। इस तथ्य से सभी भलीं-भांति वाकिफ हैं।

सिंधी पंचायत के अध्यक्ष कल्याण लाल लालवानी ने आक्रोश व्यक्त किया कि हर सरकार रायपुर को ही पूरा छत्तीसगढ मानकर काम करती है और हम लगातार विकास की दौड में पिछडते जा रहे हैं। कैलाश श्यामनानी ने समिति के प्रयासों की सराहना करते हुए बिलासपुर से दिल्ली तक हर जगह आंदोलन की सहायता व सहयोग का वचन दिया। अमर बजाज ने कहा कि आज मध्यम वर्गीय लोगों के लिये भी हवाई सुविधा आवश्यक हो गई है। पर्यटन के लिए भी बिलासपुर में एयरपोर्ट अनिवार्य है। ऐसा होने पर अमरकंटक और अचानकमार में पर्यटन को बढावा मिलेगा। सिंधी समाज के केन्द्रीय अध्यक्ष खुशाल दास वाधवानी ने आम जनता का आव्हान किया कि वे स्वस्फूर्त होकर इस जन कल्याणकारी मांग से जुड़ें। समर्थन में झामनदास चेतानी, भरत जुरीयानी, दिलीप जगवानी, अषोक बजाज, कैलाश यमनानी भी थे।

सभा में सुधांशु मिश्रा ने कहा कि लगभग 150 करोड़ रुपये की लागत के बिलासपुर एयरपोर्ट प्रोजेक्ट को ठण्डे बस्ते में डालना वस्तुतः हमारे खिलाफ एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा है और हम सभी को इस साजिश का अंत करना होगा। विनय शुक्ला ने कहा कि जनसंघर्ष के बिना बिलासपुर की कोई मांग कभी पूरी नहीं हुई। इसलिये सड़क पर आकर हमें लड़ाई लड़नी होगी।

आज धरना आंदोलन में कृष्ण कुमार शर्मा, रितु साहू, रामशरण यादव,  देवेन्द्र सिंह, बद्री यादव, अभिषेक सिंह, अशोक भण्डारी, महेश दुबे, संदीप करिहार, रितेश विश्वकर्मा, डॉ. तरू तिवारी, राजेश यादव, चंदन कुमार, नवीन देवांगन, गोपाल दुबे, सिवली मिराज खान, मेला राम साहू, कबीर प्रधान, पुष्पेन्द्र साहू, यतीश गोयल, हितेन्द्र सिह, समीर अहमद, महेश दुबे, अतहर खान, व्ही.के.भीमटे, इस्माइल खान, दशरथ यादव, तपस कुमार घोष, भुवनेश्वर शर्मा, मनोज गोस्वामी, पवन चंद्राकर, अमित नागदेव, हरनारायण देवांगन, प्रकाश राव एवं सुदीप श्रीवास्तव उपस्थित थे।

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