अर्चिन्स ग्रुप ने सीयू में नुक्कड़ नाटकों के जरिये संवेदनशील सामाजिक मुद्दों पर दर्शकों को झकझोरा

बिलासपुर। गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक रंगमंच एवं नाट्य समूह अर्चिन्स द्वारा नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। विश्वविद्यालय के रजत जयंती सभागार के सामने प्रांगण में 23 अगस्त को हुए इस नुक्कड़ नाटक में अर्चिन समूह के 18 सदस्यों ने हिस्सा लिया। ‘‘समाज क्या कहेगा‘‘ विषय के इस नुक्कड़ नाटक में तीन लघु दृश्यों के माध्यम से समाज में व्याप्त कुरीतियों एवं दोहरे मापदंड को दर्शाने का प्रयास किया गया।

नुक्कड़ नाटक प्रथम भाग में अंतरजातीय विवाह के प्रति समाज के नकारात्मक भाव को प्रदर्शित किया गया। दूसरे दृश्य में एच.आई.वी. एड्स बीमारी के प्रति समाज की उदासीनता और पीड़ित को जिस प्रकार समाज से बहिष्कार किया जाता है, दिखाया गया। तीसरे व अंतिम भाग में एल.जी.बी.टी. (लेस्बियन, गे, बायसेक्सुअल, ट्रांसजेंडर) वर्ग के प्रति समाज की सोच एवं क्रियाकलापों का प्रदर्शन किया गया। इनके माध्यम से संदेश देने का प्रयास किया गया कि समाज में सभी के बराबर के अधिकार हैं, हमें सभी को एक दृष्टि से देखना चाहिए।

अर्चिन समूह का 26 व 27 अगस्तको रजत जयंती सभागार में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यशाला में परर्फोंमिंग आर्ट बेसिक, थियेटर अनुभव, इंप्रोवाइजेशन एक्ट, बेसिक ऑफ फोकल प्रोजेक्शन, फ्लो ऑफ स्पीच, स्क्रिप्ट लेखन, प्रॉप्स मेकिंग एवं समूह नाट्य या स्टेज नाटकों आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा अर्चिन समूह की शुरुआत से अब तक के नाटकों की फोटो गैलरी लगाई जाएगी। इसके अलावा नाटकों के इतिहास एवं उससे जुड़ी जानकारियों को भी साझा किया जाएगा।

29 व 30 अगस्त को रजत जयंती सभागार में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक अर्चिन्स के ऑडिशंस का आयोजन किया जाएगा। इन ऑडिशंस में अभिनय, लेखन, प्रॉप कलाकार, इंस्ट्रूमेंटलिस्ट आदि के चयन की प्रक्रिया पूरी होगी। अर्चिन्स समूह सोशल मीडिया पर भी उपलब्ध है इनका अपना फेसबुक पेज एवं इंस्टाग्राम अकाउंट है।

अर्चिन्स समूह के शिक्षक समन्वयक प्रो. मनीष श्रीवास्तव हैं। अर्चिन्स समूह के छात्र समन्वयक कुणाल भांगे, बीएससी तृतीय वर्ष, भौतिकी विभाग एवं प्राची जायसवाल, बी.ए.एलएलबी. तृतीय वर्ष, विधि विभाग हैं।

 

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