रायपुर। इस्राइली स्पाईवेयर पेगासस द्वारा नेताओं और पत्रकारों की कथित जासूसी को लेकर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को केंद्र सरकार के खिलाफ मार्च निकाला। इसमें कांग्रेस की युवा, महिला, छात्र इकाई तथा विभिन्न प्रकोष्ठों के पदाधिकारी, कार्यकर्ता भी प्रदेशभर से भाग लेने के लिये पहुंचे।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पद से हटाने और सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में मामले की न्यायिक जांच करने की मांग की गई। पार्टी के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन से निकाले गए इस मार्च को पुलिस ने पुराने पीएचक्यू के पास जी.ई. रोक लिया। पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में इस दौरान आगे बढ़ने के लिये धक्का-मुक्की भी हुई।
इस मौके पर सभा को सम्बोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि केंद्र ने पेगासस के जरिये न केवल राहुल गांधी की जासूसी की, बल्कि भाजपा के मंत्री अश्विनी वैष्णव, प्रह्लाद सिंह पटेल और कभी भाजपा के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के फोन की निगरानी की। यह सब उस इजरायली सॉफ्टवेयर से हुआ जिसकी बिक्री केवल सरकारी एजेंसियों को की जाती है।
कुछ अंतर्राष्ट्रीय मीडिया समूहों ने हाल ही में रिपोर्ट दावा किया था कि पेगासस सॉफ्टवेयर का उपयोग करके हैकिंग के लिए भारत में कई व्यापारिक व्यक्तियों और कार्यकर्ताओं के अलावा दो मंत्रियों, 40 से अधिक पत्रकारों, तीन विपक्षी नेताओं सहित 300 से अधिक मोबाइल फोन नंबरों को लक्षित किया गया है।
वरिष्ठ नेताओं ने राजवभन में देश के गृहमंत्री अमित शाह को पदमुक्त किये जाने एवं सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में न्यायिक जांच कराने की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।

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